बुधवार, 8 सितंबर 2021

कुनू अमु के लिए


 

हमारा घर पूरा का पूरा हमारा मन पूरा का पूरा हमारी नींद हमारे सपने तुमसे जुड़े हैं । हम तो काट छांट करते ही रहेंगे लेकिन तुम्हें खुद पर अपना भरोसा भी रखना होगा लक्ष्य पर अविचल दृष्टि और दिमाग को टिकाना होगा, किसी भी साधारण,असाधारण तुलना से परे अपने अस्तित्व को पहचानना होगा और उसका सबसे पहला सम्मान तुम्हीं करोगी । आत्मसम्मान की रक्षा में खड़े स्तम्भ को कोई नहीं हिला सकता, न डिगा सकता है । याद रखना - 'लोग क्या कहेंगे!' वह ख़ंजर है जो एक एक साँसों को काटता है, इसलिए हमेशा मन की सुनना कि मन क्या कहता है ! मन जब टोके और रोके तब उसे भूलकर भी अनसुना मत करना । मन को मित्र बना लो एक वही भरोसेमंद है और उसे सर्वोपरि रखना । वह जिस बात को जिस कदम को गलत कहे उस पर अमल करना उसी वक़्त रुक जाना बाकी तो बड़ों का आशीर्वाद है ही जो बेमन से भी दिया जाए तो अपना असर नहीं खोता कि दुआओं का चिराग कभी निष्तैल नहीं होता।