शुक्रवार, 10 जुलाई 2020

चंदा मामा आओ




चंदा मामा आओ
मामी को लेकर आओ
तारों को लेकर आओ …
क्या हाल है ध्रुवतारे का
जल्दी जल्दी बतलाओ
सप्तऋषि जी कैसे हैं ?
जैसे थे क्या वैसे ही हैं
कहना सब से
यहाँ धरती के घर में
हमसब करते इंतज़ार हैं
......
क्या खाओगे बतला दो
चूड़ा दही
या लिट्टी चोखा
कहोगे तो धुसका भी दूँगी
यम्मी यम्मी पिट्ठा भी
लेकिन दुद्धू नहीं मिलेगा
ये है सिर्फ कुनू अमु के लिए ।
उनके लिए बताशे लाना
ले आना शिर्डी से साईं
शिव पार्वती को कैलाश से लाना
मूषक संग गन्नू को लाना
हनुमान जी को संजीवनी संग
कृष्णा को बाँसुरी के संग
राधा प्यारी आ जाएगी
ब्रह्मा विष्णु भी पत्नी संग
सब मिलजुलकर कुनू अमु को हँसाएँगे
परियों से मिलायेंगे
लोरी सुनायेंगे
झूले में झुलायेंगे
रात मुस्कुराएगी
शुभरात्री कह जाएगी ....
मिट्ठी लेकर कुनू अमु की
हमसब भी सो जायेंगे
शुभरात्री😊

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