शुक्रवार, 9 मार्च 2018

तुम्हारा नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाए





मेरी कुनू, मेरी अमु 

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को सार्थक करना 
नौ रस के समिश्रण के साथ जीवन का निर्माण करना। 
प्रथम रश्मि बनना 
रंगिणि बनना 
प्रकृति में जागरण का गीत बनना। 
जब भी उड़ान भरना 
आकाश को छूकर आना 
समंदर की लहरों को पाजेब बनाना। 
चेहरे पर शांत नदी का भाव रखना 
मुश्किलें आयें 
तो गर्जना बनना 
बिजली की तरह चमकना 
बरसना उतना ही 
जिसमें सोंधी सोंधी खुशबू बनी रहे 
और इंद्रधनुष तुम्हारा यश बन जाए 
देश के उन्नत भाल पर 
तुम्हारा नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाए 
कात्या, ...... अमाया 

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